Satsang benifits and what is Satsang
Satsang benifits and what is Satsang |Satsang ka Arth





सत्संग का अर्थ हिंदी में 

मेरे 'प्यारे मित्रों सत्संग का अर्थ, है "सच्चाई के साथ जुड़ना सच के साथ होना सत्संग एक ऐसी जगह होती है जहां पर किसी संत सतगुरु द्वारा संगत को परमात्मा के बारे में कर्मकांड के बारे में समझाया जाता है" सत्संग महिला या फिर पुरुष कोई भी कर सकते हैं, सत्संग में प्रभु के बारे में चर्चा की जाती है, उसकी महिमा के गीत गाए जाते हैं, प्रभु भक्ति में व्यक्ति लीन हो जाता है जो कोई भी सत्संग में जाता है  । वह अति का अनुभव करता है ।

सत्संग का सही अर्थ भी यही है कि सच्चाई के साथ जुड़ना , सच्च के साथ होना और यह सत्संग किसी भी ज्ञानी पुरुष या महिला के द्वारा की जा सकती है या फिर किसी पहुंचे हुए संत महात्मा द्वारा सत्संग की जा सकती है । सत्संग का माहौल बड़ा ही मन को शांत करने वाला होता है, सत्संग में जाने से मन की भागने की वृत्ति थोड़ी शांत हो जाती है नहीं तो हमारा मन हर समय कहीं ना कहीं दौड़ता ही फिरत है लेकिन जब भी कोई व्यक्ति या महिला, बच्चे,बूढ़े, सत्संग में जाते हैं। तो इससे मन को शांत करने वाली बहुत ही लुभावनी प्यारी शांति का अनुभव होता है। सत्संग में जाने से एक व्यक्ति अच्छा इंसान बनने के लिए कोशिशें करने लग जाता है। क्योंकि सत्संग में बहुत ही अच्छी बातें समझाई जाती हैं, सच कहें तो सत्संग में ऐसी बातों का पता चलता है जिन्हें जीवन में अपनाकर व्यक्ति असल में एक सच्चा इंसान बनने लग जाता है। इसलिए जब भी जीवन में कभी भी वक्त मिले सत्संग में जरूर जाना चाहिए।

सत्संग में एक और बहुत खास चीज है देखने को मिलती है कि सत्संग में जाकर हर कोई पुरुषों या महिला बच्चा हो जा बूढ़ा एक दूसरे का बहुत ही आदर सहित सम्मान करते हैं बड़ी ही इज्जत से पेश आते हैं और सत्संग में हर कोई सभी आदेशों का पालन करता है क्योंकि सत्संग में जाते ही निम्रता के भाव अपने आप हर किसी के अंदर आ जाते हैं जो कि यह बड़ी ही अच्छी बात है और अच्छे संकेत भी हैं कि हम सच में ही कहीं अच्छी जगह पर आए हैं जहां पर हमारा मन अपने आप ही वहां के माहौल में झुकना सीख जाता है हर किसी को सम्मान देता है दोस्तों जितना हमें सत्संग के बारे में ज्ञान था आप सभी के साथ भी सांझा कर दिया है अगर हो सके तो सत्संग में जरूर जाइएगा वहां का अनुभव खुद महसूस करिएगा और उसके बारे में किसी दूसरों को भी जरूर बताइएगा ।


कुछ खास प्रश्नों के उत्तर 

प्रशन - सत्संग क्या है?

उतर - सत्संग का मतलब सच्च का साथ । सच्चा ग्यान, परमात्मा को पाने का और जीवन की फसल सच्चाई जीवन कैसे व्यतीत करना चाहिए किसी महापुरुष की संगत में जाना यही सत्संग है

प्रशन - सत्संग क्यों करना चाहिए?

उतर - सत्संग इसलिए करना चाहिए क्योंकि आजकल के जीवन में हम अपने कामकाजों को लेकर इतना ज्यादा व्यस्त हैं हम अपने दुखों से इतनी ज्यादा दुखी हो चुके हैं । अपने मन की बहुत सारी इच्छाओं के कारण हम दिन रात दौड़ते फिर रहे हैं हमें इस मन की भागने की दौड़ को शांत करने के लिए और जीवन की कुछ ऐसी बातें जानने के लिए जो हमारे जीवन को बहुत सुखदाई बना सकती हैं। इसलिए हमें सत्संग करना चाहिए।

प्रशन - सत्संग जाने के क्या फायदे हैं?

उतर - सत्संग जाने से सबसे बड़ा फायदा यही है कि हमें अपने जीवन में कुछ समय परमात्मा की भक्ति में लगाने का मौका मिलता है और हमें जीवन के असल में सही जो हमारे कर्तव्य हैं । अपने परिवार के प्रति अपने जीवन में परमात्मा की भक्ति के प्रति हमें ऐसे गुना का वहां पर जाकर ही पता चलता है और हमें पता चलता है कि हमें काम क्रोध मोह लोभ अहंकार ने किस तरह अपनी उंगलियों पर दौड़ा रखा है। सत्संग में जाकर हमें बातों का पता चलता है कि हम अपने मन के पीछे लगकर कितने ही ज्यादा कई बार गलत कदम उठा लेते हैं। सत्संग में जाकर पता चलता है कि प्रभु ने हमें यह जो जीवन दिया है यह कितना अनमोल है। इसको हम ऐसे ही जाने दे रहे हैं हमें चाहिए कि हम 24 घंटे में से कुछ समय मलिक की भक्ति में भी लगाए और अपने अंदर अच्छे गुण धारण करें ताकि एक अच्छे इंसान बन सके। संसार में इतने जीव जंतु हैं लेकिन एक मनुष्य ही ऐसा है जिसको इतना अच्छा मलिक ने बनाया है। जिसके अंदर बल है बुद्धि है सुंदरता है सब कुछ है। इसलिए इसका जो सही उद्देश्य है उसकी पूर्ति के लिए सत्संग में जाकर ही हमें पता चलता है कि हमें संसार के कामकाज करते हुए, अपने फर्ज पूरे करते हुए हमें मलिक की भक्ति को भी ख्याल में रखना चाहिए और एक अच्छा इंसान बनना चाहिए जरूरत मंदों की मदद करनी चाहिए किसी को दुख नहीं पहुंचना चाहिए सबकी सेवा करनी चाहिए सबसे प्रेम भाव से रहना चाहिए।


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