संगत को बाबा जी का तोहफा
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| Radha Soami Beas Baba Ji Photo 2025 |
"परम सत्कार योग्य गुरु प्यारी साध संगत जी, राधा स्वामी जी। संगत जी, अगर आप डेरा ब्यास सड़क माध्यम से, यानी कार, बाइक या बस से जाते हैं, तो आज की यह वीडियो आपको शुरू से अंत तक जरूर देखनी चाहिए जी। और इस खबर के बाद हम आपको देहरादून के एक सत्संगी परिवार की ऐसी घटना सुनाएंगे जिनके घर में आग लग गई, लेकिन फिर भी वह बाबा जी का शुक्र करने लगे।
पहले हम बात करते हैं बाबा जी की उस बड़े तोहफे की, जो बाबा जी ने संगत को दिया है जी। संगत जी, अब हम आपके साथ एक ऐसी अहम जानकारी सांझा करने जा रहे हैं, जिसका इंतजार हर सेवादार, हर भाई-बहन बरसों से कर रहा था। संगत जी, बीते कई सालों से एक परेशानी चल रही थी जिसे हर कोई महसूस करता था, और बाबा जी ने संगत की सुविधा के लिए उसी समस्या का हल करवा दिया है। चाहे आप कार से डेरा जाते हों, बाइक से जाते हों या बस से जाते हों, यह वीडियो आपके लिए बेहद जरूरी है। इसीलिए आज की पूरी वीडियो भूलकर भी मिस ना कीजिए।
संगत जी, शुरुआत में हाथ जोड़कर बस आपसे यही विनती है कि प्रेम से कमेंट में 'राधा स्वामी' जरूर लिख दीजिए। संगत जी, इतिहास गवाह है कि बाबा जी हमेशा संगत की भलाई के लिए कुछ ना कुछ करते रहते हैं। जब भी बाबा जी तक बात पहुंचती है कि इस वजह से संगत को दुविधा हो रही है, तो बाबा जी तुरंत एक्शन लेते हैं। और जब हम डेरे या किसी सत्संग घर में कोई कंस्ट्रक्शन का काम देखते हैं, तो उस समय कभी-कभी हमारे मन में विचार आता है कि यहां तो सब ठीक था, फिर यहां तोड़फोड़ क्यों चल रही है? लेकिन जब वो काम पूरा हो जाता है, तो हमें समझ आता है कि उस काम के बाद संगत का कितना भला हो गया।
संगत जी, आपने भी कई बार सुना होगा कि डेरे में एक बहुत महत्वपूर्ण काम होने वाला है, लेकिन किसी ना किसी वजह से वो सालों से अटका पड़ा था, क्योंकि सरकारी कामों में कभी-कभी देरी हो जाना स्वाभाविक है। और सड़क मार्ग से जाने वाली संगत अक्सर यही सवाल करती थी कि आखिर यह काम शुरू कब होगा? तो संगत जी, अब सुनिए ध्यान से कि बाबा जी ने खुद केंद्र सरकार को निवेदन भेजे हैं और कुछ कोशिशों के बाद एक बेहद महत्वपूर्ण मंजूरी मिल गई है। यह मंजूरी उस सुविधा से जुड़ी है जो आने वाले समय में डेरा आने-जाने वाली संगत की सबसे बड़ी समस्या को हल कर देगी।
जब भी संगत भंडारे के दिनों में डेरा छोड़कर वापस लौटती है, भारी भीड़ और ट्रैफिक का सामना करना पड़ता है। लेकिन अब यह दिक्कत धीरे-धीरे खत्म होने जा रही है। आप भी सालों से सुनते आ रहे होंगे कि ब्यास से ढिलवां की तरफ एक नया पुल बनना है। संगत जी, हजूर महाराज जी के समय में बना पुराना पुल, जो अब लंबे समय से बंद पड़ा है, उसी जगह नया पुल बनाया जाना है। और जिस वजह से संगत को रेलवे लाइन के नीचे से होकर गुजरना पड़ता है, वो पूरा इलाका बरसों से संगत के लिए परेशानी का कारण रहा है। आपको याद होगा अभी तीन-चार महीने पहले पंजाब में आई बाढ़ का पानी भी उस रेलवे लाइन के नीचे बने पुल में भर गया था। लेकिन अब सरकार से ब्यास को ढिलवां से जोड़ने वाले नए पुल की मंजूरी मिल चुकी है। यह पुल डेरा और आसपास के क्षेत्रों में आने-जाने को बेहद आसान कर देगा।
संभावना है कि 2026 आखिरी या 2027 से संगत इस पुल का पूरा उपयोग करते हुए सीधे जालंधर, अंबाला और दिल्ली की दिशा में सुचारू रूप से यात्रा कर सकेगी। इस टोल रोड से जुड़ी एक और बड़ी राहत यह है कि संगत का एक महत्वपूर्ण खर्च भी बचने वाला है। डेरा स्वयं इस मार्ग पर पैसा लगाएगा और उसका पूरा लाभ सीधे आपको मिलेगा। आगे जाकर इस सड़क का रूट टोल क्षेत्र को पार करते हुए निकलने वाला है।
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