BABA JI QUESTION ANSWER | RADHA SOAMI QUESTION ANSWER | BABA JI SWAL JWAB PROGRAMME
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Baba ji latest question Answer |
Q. बाबा जी जब भी मैं भजन सिमरन में बैठता हूं, तो कुछ देर बैठने के बाद मैं बहुत ज्यादा थक जाता हूं , तो मैं उस स्थिति में एक ही जगह पर लगातार नहीं बैठ सकता । तो मुझे क्या करना चाहिए ?
Ans. बेटा हमें लगातार अभी बैठने की आदत नहीं हुई है, जिसकी वजह से आपको ऐसा महसूस होता है। लेकिन आप जैसे जैसे हर रोज बिना नागा भजन सिमरन का अभ्यास करते जाएंगे, तो आपको हर रोज इस तरह सिमरन करने की आदत हो जाएगी। तो फिर आपके साथ ऐसा नहीं होगा, हमने अभी-अभी भजन सिमरन करना शुरू किया है। शायद इसके कारण हमारे साथ ऐसा होता है ।
Q. बाबा जी मैंने ब्यास से नामदान नहीं लिया मैंने कहीं और से नामदान लिया है क्या इस बात से कोई फर्क पड़ता है ?
Ans. बेटा हमने नामदान चाहे कहीं से भी लिया हो, लेकिन मकसद हमारा मालिक की परापति करना है,सिमरन करना है, मालिक को पाना है। इसलिए हमें यह सब बातें नहीं सोचना चाहिए कि हमने नाम दान यहां से क्यों नहीं लिया कहीं और से लिया है। मकसद तो मालिक के साथ रिश्ते जोड़ने का है। इसलिए आप यह मत सोचा करें । अगर आप जहां से नामदान लेकर भी भजन सिमरन का अभ्यास नहीं करेंगे, तो आपका कुछ नहीं बनेगा। अगर वहां से नामदान लेकर भी कमाई नहीं करेंगे, तो भी कुछ नहीं होगा । बेटा हमें खुद मेहनत करनी पड़ेगी। नामदान चाहे कहीं से भी लिया हो इससे कोई फर्क नहीं पड़ता ।
Q. बाबा जी मैं कुत्तों को रोटी डालता हूं, यह कुत्ते गली में फिरते होते हैं , लेकिन कुछ लोगों को मुझे इसकी वजह से लड़ते हैं, कि तुम्हारी वजह से यह कुत्ते हमारे पीछे लगते हैं, तुम इनको खाना खिलाते हो बाबाजी मुझे क्या करना चाहिए ।
Ans. बेटा सबका अपना-अपना नजरिया होता है देखने का, आप उनको खाना खिलाते हो यह बहुत अच्छी बात है। मालिक के सभी जीव हैं कोई ऐसा जीव नहीं जिसको मालिक ने ना बनाया हो। असल में हम सबको जीवो की संभाल भी करनी चाहिए। आप उसको खाना खिलाते हो यह तो अच्छी बात है। अगर कोई आपसे कहता है तो उसको कहने दो, लेकिन अच्छा काम करना ,इससे नहीं कोई रोक सकता। जीवो की सेवा करना यह भी तो एक सेवा ही है। मालिक के सभी बच्चे हैं, इसलिए आप अपनी तरफ से जो भी अच्छा काम करते हैं वह मुबारकबात है ।
Q. बाबा जी मुझे नामदान लिए को बहुत टाइम हो गया। लेकिन अभी तक मुझे कुछ भी अनुभव नहीं हुआ। मुझे क्या करना चाहिए मैं बहुत परेशान होता हूं?
Ans. बाबाजी हंसते 😀😀हुए कितना टाइम हो गया भाई भजन सिमरन तो सारी जिंदगी भी करें तब भी थोड़ा है। बेटा हमें इन सब परखो में नहीं पड़ना चाहिए। यह तो मालिक के ऊपर निर्भर करता है। वह जब चाहे जीव को छुड़ा सकता है। यह तो मालिक की दया मेहर से ही होता है। अपने करने से नहीं हम तो बेटा उसके भाणे में रह सकते हैं और हमें भाणा मानते हुए, अपनी सेवा में लगा रहना चाहिए, परख नहीं करनी चाहिए बाबाजी हंसते हुए ठीक है😀😀
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