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BABA JI QUESTION ANSWER | RADHA SOAMI QUESTION ANSWER |
बाबा जी के साथ सवाल जवाब |BABA JI QUESTION ANSWER 2023
1..प्रश्न:- बाबा जी क्या, “हमसे अगर भजन सिमरन को पूरा समय नहीं दिया जाता है, तो बाबा जी क्या हम चलते फिरते या फिर काम करते समय नाम का सिमरन कर दे तो क्या यह हमारे लेखे में लिखा आयेगा?
उतर :- बेटा क्या हम अपने दफतर के काम को चले हुए कर सकते है नही न तो फिर
2 प्रश्न:- बाबा जी क्या “हम नाम दान लेने के बाद हमसे कोई गलती हो जाए और फिर उसका पश्चाताप करना चाहता है तो किस तरहां से करे?
उतर:- बेटा मालिक जाना जान है । अगर हम सच्चे दिल से माफी मांगते है तो मालिक माफ करता है । बार बार गलती नही करे । फिर नही तो मालिक भी माफ नहीं करते । अपनी गलती से सीख लेकर आगे बढ़ना चाहिए । न कि बार बार गलती .
3Q . बाबा जी मुझसे सिमरन ढाई घंटे नहीं होता , मैं क्या करूं क्या मैं अपने सिमरन करने के लिए ढाई घंटे का समय पूरा करने के लिए उसे दिन में थोड़ा-थोड़ा कर कर क्या कर सकती हूं ।
Ans. बेटा हमें भजन सिमरन के लिए ढाई घंटे दिए जाते हैं । लेकिन हां हमें शुरू में भजन सिमरन करने के लिए इतनी देर बैठने में दिक्कत होती है , क्योंकि हमने पहले कभी इस अभ्यास को किया नहीं होता , लेकिन आप धीरे-धीरे जब इसके आदि हो जाएंगे तो आपसे होगा । लेकिन आपको जल्दबाजी नहीं करनी चाहिए आप दिन में किसी भी समय भजन सिमरन कर सकते हैं लेकिन जितना हो सके तो एक साथ ज्यादा समय लगाने की कोशिश करनी चाहिए ।
4Q. बाबा जी आपने पहले तो कुंवारों को कभी नामदान नहीं दिया लेकिन अब आपने इसके लिए एक खास उम्र निर्धारित कर दी है बाबा जी क्या छोटे बच्चों को नाम नहीं मिल सकता ।
Ans. बेटा हम नाम दान के अगर काबिल होंगे तभी तो हमें नाम मिलेगा हम जिस नाम को लेने की बात करते हैं उसके बारे में हमें समझ होने की जरूरत भी तो है , पहले कुंवारों को नाम दान नहीं दिया जाता था लेकिन जब मैंने इसके लिए कुछ खास उमर रखी है, तो अब आप कहते हो कि बच्चों को भी नाम मिल जाए, बेटा उम्र रखने का भी यही मकसद है कि इस उम्र तक आकर हमें कुछ ना कुछ तो संतमत के बारे में समझ लग ही जाती है । अगर हम नामदान लेकर उसे पूरी तरह से समझ ही नहीं पाएंगे तो उसे निभाएंगे कैसे नामदान लेकर रखना नहीं है, बेटा उसे समझ कर अपने मालिक के प्रती बनती जिम्मेदारी को भी तो निभाना है हमें इसलिए नाम दान के लिए खास उम्र रखी गई है , अगर आप लाइक हो जाएंगे तो आपको भी जरूर मिल जाएगा । लेकिन आप इन से तो पूछो जिन्होंने नाम ले रखा है क्या यह भी अपनी ड्यूटी पूरी करते भी हैं या नहीं बाबा जी की यह बात सुनकर संगत हंसने लगती है😀😀🤣😀🤣😀
5Q . एक बीबी और कहने लगी, बाबा जी मुझ पर अपनी दया मेहर ऐसे ही बनाए रखना, आपने मुझ को नाम दान दिया है आपकी बड़ी ही दया मेहर हुई है आप हमेशा ऐसी दया मेहर रखना कि मैं आपके दर्शन करती रहूं , इस तरह वह बहुत सारी दया मेहर मांग रही थी,
Ans. तो बाबाजी हंसते हुए उसे कहते हैं बेटा अब तो मुझे भी बोल लेने दो मुझ पर भी तो दया मेहर कर दो संगत हंसने लगती है🤣😂🤣😀
फिर बाबा जी ने समझाया कि बेटा अगर मालिक ने हमें यह मौका दिया है, तो हमें उसे करने में जाहिर करना चाहिए अगर मालिक ने काबिल समझा है तभी तो अपने साथ हमें जोड़ा है लेकिन हमें बेटा कभी भी मांगते नहीं बनना चाहिए , हमें तो मालिक का शुक्र शुक्र करना चाहिए और जितना हो सके भजन सिमरन को वक्त देना चाहिए , अगर हम बातें करेंगे तो बातें ही मिलेंगे । बातों से बातें मिलेंगी और करने से करनी हमें मिलेगी । इसलिए जितना हो सके अपने करनी में अपना मालिक के प्रति प्रेम जाहिर करना चाहिए ।
6Q. एक लड़की ने बाबा जी से पूछा बाबा जी माता पिता हमेशा लड़कियों पर ही इतनी पाबंदियां क्यों लगाते हैं लड़कों के ऊपर क्यों नहीं ऐसा किया जाता
Ans। बाबा जी ने कहा नहीं बेटा ऐसी बात नहीं होती है बल्कि माता-पिता तो लड़कियों को ज्यादा प्रेम करते हैं तभी तो उनके प्रति इतना ख्याल रखते हैं, लड़कों को तो वह पूछते भी नहीं तो संगत हसने लगती है😀😂😀😂
फिर बाबा जी ने कहा कि बेटा यह समाज की रीत है हम बेटियों की को ज्यादा अहमियत देते हैं, इसलिए तो भी हम बेटियों का इतना ख्याल रखते हैं। फिर बाबा जी ने मजाक में कहा कि अगर बेटा माता-पिता ने लड़कियों की बजाय लड़कों का ज्यादा ध्यान रखना शुरू कर दिया तो फिर तुम पछताओगे फिर तुम कहोगी कि माता-पिता अब हमारा कोई ध्यान ही नहीं देते हम लड़कियां का तो फिर संगत हंसने लगती है 😂😀🤣😀😀🤣
फिर लड़की ने कहा सही बात है बाबा जी हमारे माता-पिता शायद हम से प्रेम ही इतना करते हैं इसलिए वह हमारी इतनी केयर करते हैं
RADHA SOAMI JI QUESTION ANSWER मे इतना ही
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