बाबा जी की बहुत ही सुन्दर साखी
![]() |
बाबा जी की. नई साखी BABA JI KE NEW SAKHI |
Baba ji ke sakhi - राधा स्वामी जी दोस्तो आप जी की सेवा में एक साखी सुनाने जा रहा हूं, दोस्तों एक बार एक अपाहिज लड़का किसी के साथ डेरा ब्यास में गया उसकी एक टांग कमजोर होने की वजह से वह बहुत कम चल पाता था वह जिस टराक (गाडी) पर गया था वह ट्रक सेवा के लिए गया हुआ था उस समय सुपर शेड हुआ करता था, उनकी सेवा हवाई अड्डे के पास पढ़ते खेतों में लगी हुई थी , जब बाबा जी की सत्संग का टाइम हुआ तो जो व्यक्ति सही थे लगभग दो-तीन व्यक्ति थे वह तो बाबाजी के सत्संग में जा पहुंचे , लेकिन उस अपाहिज को इस कारण से छोड़ गए कि वह चल नहीं पाता लेकिन बाबा जी की ऐसी मौज हुई कि जब वह तीनों व्यक्ति सत्संग सुनकर पहुंचे , तो वह अपाहिज व्यक्ति सत्संग सुनकर उनसे भी पहले आकर बैठा हुआ था । ट्रक पर जब उन्होंने उसको पूछा कि तुम सत्संग सुनकर कैसे आए, तो अपाहिज ने बताया कि तुम्हारे जाते ही यहां पर कुछ सेवेदार आए जो कि ट्रैक्टर ट्राली पर थे, उन्होंने मुझसे पूछा ना जाने का कारण तो मैंने बताया कि मैं चल नहीं सकता , तो उन्होंने मुझे ट्रैक्टर ट्राली पर बिठाकर सत्संग के लिए ले गए, जहां पर वह मुझे बिल्कुल बाबा जी के पास ही सत्संग में बिठाकर सत्संग सुना कर और फिर लंगर छका कर वापस यहीं पर छोड़ गए , तो वह सभी खुश भी हुए और बाबा जी दया से हैरान भी हुए । तो सत्संग जी इस साखी से हमें क्या शिक्षा मिलती है , कि बाबा जी सब के दुख को जानते हैं और उस के पास जाने वाले को वह कभी निराश नहीं होने देते , वह किस तरह उस अपाहिज को भी अपने पास अपनी दया से ले आए । सत्संग जी हमें इस साखी से यही शिक्षा लेते हुए बाबाजी की बात मानते हुए भजन सिमरन में लगना चाहिए । क्योंकि मालिक सब जानी जान है उम्मीद करता हूं यह साखी आपको अच्छी जरूर लगी होगी । अगर लगी है कम से कम एक सत्संगी को तो जरूर share करे जी ।