*आज का रूहानी विचार*
"सतगुरु की दीक्षा" हर अंधेरी गुफा में, हर कठिन घाटी में, हर गंभीर संकट की घड़ी में शिष्य को रास्ता दिखाती है. उसका प्रकाश निरंतर शिष्य के कदमों को सीध देता रहता है घंटे दो घंटे जलकर खत्म हो जाने वाली मोमबत्ती के विपरीत, गुरु की जलाई ज्योति कभी बुझती नहीं, वह तो परम ज्योति में लीन "सतगुरु की दीक्षा" हर अंधेरी गुफा में, हर कठिन घाटी में, हर गंभीर संकट की घड़ी में शिष्य को रास्ता दिखाती है.
उसका प्रकाश निरंतर शिष्य के कदमों को सीध देता रहता है घंटे दो घंटे जलकर खत्म हो जाने वाली मोमबत्ती के विपरीत, गुरु की जलाई ज्योति कभी बुझती नहीं, वह तो परम ज्योति में लीन होकर खुद परम ज्योति बन जाती है.......🙏🏻🙏🏻
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ANMOL SAKHI SEWA आज का रूहानी विचार ANMOL SEWA |