Radha Soami Question Answer With Baba Ji Delhi | बाबा जी के साथ हुए दिल्ली में सवाल जवाब

Radha Soami Question Answer With Baba Ji Delhi | बाबा जी के साथ हुए दिल्ली में सवाल जवाब

Question Answer with Baba Ji In Delhi 

Baba Ji Question answer Radha Soami
DELHI QUESTION ANSWER WITH BABA JI 

बाबा जी की प्यारी संगत जी, इस वीडियो में हम आपके साथ दिल्ली में हुई संगत के सवाल-जवाब साझा कर रहे हैं। सबसे पहले, मेरी आपसे विनती है कि हमारे इस Website को सब्सक्राइब कर लें  ताकि हमारी हर नई Post आप तक पहुंच सके। इसके साथ ही, लाइक करें और नीचे "राधा स्वामी जी" लिख दें।

सवाल-जवाब का सिलसिला:

सवाल 1: किसी ने पूछा, "बाबा जी, हमें सब कुछ पता होते हुए भी हम गलत राह पर क्यों चल पड़ते हैं?"
बाबा जी का उत्तर: "बेटा, हर कर्म का हिसाब हमें ही देना है। जो भी करें, सोच-समझकर करें ताकि बोझ न बढ़े। जीवन में समझदारी से फैसले लें।"

सवाल 2: "बाबा जी, मेरे मामा की शादी नहीं हो रही। मैं क्या करूं?"
बाबा जी: "सभी बहनें सुन रही हैं, शायद कोई मदद कर दे।" इस पर पूरी संगत और बाबा जी मुस्कुरा दिए।

सवाल 3: "भगवान जो करते हैं, ठीक करते हैं। फिर हम दुखी क्यों होते हैं?"
बाबा जी: "इंसान का दृष्टिकोण सीमित है। हम हर चीज़ को गिनते हैं, लेकिन जो हमारे लिए सही है, वह मालिक जानता है। मालिक के भरोसे रहो।"

सवाल 4: "बाबा जी, मैं अपने करियर को लेकर बहुत परेशान हूं। क्या करूं?"
बाबा जी: "यहां हर कोई किसी न किसी कारण से दुखी है। चिंता वहीं करें, जो हमारे बस में है। मेहनत करें, नतीजा मालिक के हाथ में है।"

सवाल 5: "नामदान नहीं मिला है। फिर रिश्ता कैसे जोड़ूं?"
बाबा जी: "अच्छे इंसान बनो। हर चीज़ की नींव होती है, पहले उसे मजबूत करो। प्यार और जिम्मेदारी से जीवन जियो।"

सवाल 6: "राधा स्वामी के लोग देवी-देवताओं की पूजा क्यों नहीं करते?"
बाबा जी: "ऐसी कोई बात नहीं है। सबका उद्देश्य एक है। हर धर्म ने ईश्वर की एकता पर बल दिया है। हमें केवल उस एक मालिक से संबंध जोड़ना है।"

सवाल 7: "बोर्ड एग्ज़ाम पास करवाने की दुआ करें।"
बाबा जी: "बेटा, मेरी पढ़ाई तो हुई नहीं। मेहनत तुम खुद करो, मालिक मदद करेगा।"

सवाल 8: "नामदान के बिना मालिक तक कैसे पहुंचा जाए?"
बाबा जी: "अंदर देखने का अभ्यास करो। जब मन एकाग्र होगा, तब भीतर से दर्शन होंगे।"

सवाल 9: "आप हंसते हुए अच्छे लगते हैं।"
बाबा जी: "हंसने की चाहत ने ही मुझे बहुत रुलाया है। लेकिन मालिक के भरोसे रहो।"

सवाल 10: "आईपीएस बनना चाहता हूं, मेरे लिए दुआ करें।"
बाबा जी: "मेहनत करो। अगर तुम्हारे पास इच्छाशक्ति है, तो सब कुछ संभव है।"

सवाल 11: "मुझे सुनाई देने में दिक्कत है। परिवार परेशान रहता है।"
बाबा जी: "मालिक कभी एक चीज़ लेकर दूसरी नहीं देता। घबराओ मत, हिम्मत रखो। मालिक पर विश्वास रखो।"

सवाल 12: "मेरी बहन की मौत हुई है।"
बाबा जी: "आना-जाना मालिक के हाथ में है। डॉक्टर इलाज कर सकते हैं, लेकिन जो पहले से तय है, उसे बदला नहीं जा सकता।"

सवाल 13: "मुझे भजन सिमरन की ताकत चाहिए।"
बाबा जी: "जो मिलेगा, वह आपकी करनी का फल होगा। गुरु का उद्देश्य भ्रम से निकालकर सच्चाई तक ले जाना है। खुद पर भरोसा रखें।"

सवाल 14: "मेरी बहन कन्फ्यूज है कि पुलिस जॉइन करे या बाहर जाए।"
बाबा जी: "अगर लड़कों को डंडा मारना है, तो पुलिस जॉइन करे।" संगत हंस पड़ी।

सवाल 15: "क्या देवी-देवताओं की पूजा करनी चाहिए?"
बाबा जी: "ज़रूर करनी चाहिए, लेकिन सोच-समझकर। हर कदम के पीछे एक लक्ष्य होना चाहिए।"

सवाल 16: "नामदान लेकर भी लोग गलतियां क्यों करते हैं?"
बाबा जी: "किसी की परख मत करो। हर किसी का संघर्ष अलग होता है। अपनी जिंदगी पर ध्यान दो।"

सवाल 17: "मेरे परिवार में कैंसर की समस्या है। लोग कहते हैं, नामदान लेने से ऐसा होता है।"
बाबा जी: "यह हमारे कर्मों का परिणाम है। नामदान न लेने वाले भी बीमार पड़ते हैं। यह सोचना गलत है।"

सवाल 18: "मैंने घर बनाया है, लेकिन वहां डर लगता है।"
बाबा जी: "यह मन की चाल है। जो किस्मत में लिखा है, वह होकर रहेगा।"

सवाल 19: "पर्ची नहीं निकली, तो मैंने खाना नहीं खाया।"
बाबा जी: "भूखे रहने से मालिक जल्दी मिलते हैं, ऐसा कोई नियम नहीं। विश्वास बनाए रखें।"

सवाल 20: "नामदान के बाद ध्यान क्यों नहीं लगता?"
बाबा जी: "ध्यान का संबंध मन की एकाग्रता से है। जब मन स्थिर होगा, तभी अंदर दर्शन होंगे।"

सवाल 21: "भाई कहता है, मैं आपकी संगत में आकर उद्धार महसूस करता हूं।"
बाबा जी: "उद्धार कर्मों से होगा। सिर्फ दर्शन से मुक्ति संभव नहीं। मेहनत और भक्ति करें।"

सवाल 22: "भजन सिमरन कैसे शुरू करें?"
बाबा जी: "ध्यान और भक्ति की ताकत अपने भीतर से आती है। इसे धीरे-धीरे बढ़ाएं।"

सवाल 23: "बाबा जी, मैं मेडिकल लाइन में हूं।"
बाबा जी: "अपने काम को सेवा समझकर करो। निष्काम भाव से काम करने पर सब कुछ सरल हो जाता है।"

सवाल 24: "मुझे कई बार दुख महसूस होता है।"
बाबा जी: "यह चाहत के कारण होता है। जैसे-जैसे आप बड़े होंगे, यह ठीक हो जाएगा।"

सवाल 25: "अगर मालिक पर भरोसा हो, तो क्या मुसीबतें आसान हो जाएंगी?"
बाबा जी: "बिल्कुल। मालिक का सहारा लेने से हर मुसीबत से निकला जा सकता है।"

इस प्रकार, बाबा जी ने हर सवाल का जवाब सरलता और सच्चाई से दिया। उनकी बातों में सच्चाई और मार्गदर्शन छुपा है, जो हर किसी को अपनी जिंदगी को बेहतर बनाने की प्रेरणा देता है।