BABA JI DARSHAN AND SATSANG | RADHA SOAMI BABA JI SATSANG
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BABA JI DARSHAN |
BABA JI, KA "SATSANG IN HINDI,
सत गुरु प्यारी 'साध संगत जी, "आज शनिवार को "बाबा जी, ने संगत को दर्शन दिए, बाबा जी बड़े ही हमेशा की तरह ही सुंदर दिखाई दे रहे थे जी । बाबा जी ने दर्शन बाद में दिए पहले पाठी साहिबान जी ने सत्संग किया और सत्संग में स्वामी जी महाराज की वाणी को लिया गया पाठी साहब ने हमें समझाते हुए कहा कि सतगुरु हमें ऐसे ही नाम दान नहीं दे देते । नाम दान के लिए हमें योग्य समझा जाता है इसीलिए हमें नामदान मिलता है , नाम मिलना कोई छोटी बात नहीं है, हमें ज्यादा से ज्यादा भजन सिमरन का अभ्यास करना चाहिए अगर भजन सिमरन का अभ्यास करेंगे तब ही तो हमें परमात्मा का अनुभव होगा हमारा मन दुनिया में फैला हुआ है इस मन को हमें इसे तीसरे तिल पर लाना है और वहां पर जाकर मन को यह एहसास होगा कि इसका देश कौन सा है फिर हमें अपने आप की पहचान होगी, तब कहीं जाकर हमारा काम बनने लगेगा पाठी साहब ने कहो कि हमें ऐसे मौके बार-बार नहीं मिलते अगर इस बार मौका मिला है तो इसका फायदा उठाना चाहिए और ज्यादा से ज्यादा अभ्यास करके अपने देश वापस चला जाना चाहिए पाठी साहब ने बहुत सारी सतगुरु की उदाहरण देकर समझाया कि नाम के बिना मुक्ति नहीं नाम ही अनमोल रत्न है इसलिए इस जन्म का फायदा उठाना चाहिए ।
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