सतगुरु बिन भगति ना होवे ।
गुरु प्यारी साध संगत जी अगर हमें नाम दान मिल चुका है तो हमारे बहुत ही ऊंचे भाग है क्योंकि नामदान मिलना हमारे लिए रूहानियत को प्राप्त करने के लिए पहली सीढ़ी का डंडा है ।
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Guru's Role In Shishya Life |
जिस पर धीरे-धीरे हम चढ़ते हुए एक दिन शिखर पर चढ़ जाते हैं
लेकिन जिसको सतगुरु नहीं मिला उसके लिए बहुत चिंता का विषय है, उसे भी जल्दी से जल्दी अपने मन भाता सतगुरु खोजना चाहिए जो उसे रूहानी ग्यान दे और जो कि उसके मन को शांति प्रदान करें , तभी तो वह रोहानियत प्राप्त कर सकता है ।