बाबा जी आपकी कृपा कर कर महाराज जगत सिंह जी के बारे में बताने की कृपा करें तो बाबा जी ने कहा महाराज जगत सिंह जी अक्सर बाबा हजूर महाराज बाबा सावन सिंह जी का संदेश लेकर एक फकीर के पास जाया करते थे एक दिन वह फकीर बहुत ही खुश था जब जगत सिंह जी महाराज उस फकीर के पास गए तो उस फकीर ने जगत सिंह जी को घुटकर जफी पाई और बोले कि आ तनु रंग देवा महाराज जगत सिंह जी कहने लगे ना रंगना जी ना रंगना फिर वह दोबारा से कहने लगे कि आ तुझे रंग दे पर महाराज बाबा जगत सिंह जी कहने लगे कि ना रंगना ना रंगना वो कहने लगे कि अगर मुझे रंगना होगा तो मेरे सतगुरु बाबा सावन सिंह जी मुझे रंग देंगे तो साध संगत जी कहने का भाव है कि हजूर महाराज बाबा जगत सिंह जी को अपने सतगुरु पर कितना भरोसा था अगर वह चाहते तो कह सकते थे कि आज मुझे आप रंग दो रूहानियत किसे नहीं चाहिए होती लेकिन महाराज के ऊपर बाबा जगत सिंह जी को पूरा भरोसा था । उन्होंने कहा कि अगर सतगुरु चाहेंगे तो मुझे रंग देंगे । संगत
जी अपने सतगुरु पर पक्का यकीन रखना चाहिए