विधान मुर्शिद के की गई इबादत और मुर्शिद की जरूरत
Satguru ke sewa
जो सतगुरु के सेवक हैं सतगुरु के प्यारे हैं वह उस तख्त पर बैठेंगे बतौर सवाल कहते हैं क्या कर कर बैठेंगे । शब्द की कमाई कर कर ।जैसे-जैसे वह शब्द की कमाई करेंगे सतगुरु उन्हें वहां ले जाएंगे लेकिन जाना कमाई कर कर ही पड़ेगा ।
ANMOLSAKHISEWA.IN
जिसको नाम मिला है उसने जरूर जाना है और जरूर ही जाना है नाम का बीज कभी नाश नहीं होता । वह जरूर उस कुल मालिक के तख्त पर बैठेंगे वह उस शब्द के जरिए यानी नाम की कमाई के जरिए कुल मालिक की गोद में बैठेंगे वे कुल मालिक निर्मल है और हमें भी वहां निर्मल होकर जाना पड़ेगा
![]() |
ANMOL SAKHI SEWA .IN |
जिसको नाम मिला है उसने जरूर जाना है और जरूर ही जाना है नाम का बीज कभी नाश नहीं होता । वह जरूर उस कुल मालिक के तख्त पर बैठेंगे वह उस शब्द के जरिए यानी नाम की कमाई के जरिए कुल मालिक की गोद में बैठेंगे वे कुल मालिक निर्मल है और हमें भी वहां निर्मल होकर जाना पड़ेगा